Putrada Ekadashi Vrat Katha | Putrada Ekadashi 2022

Putrada Ekadashi Vrat Katha | Putrada Ekadashi 2022 | Putrada Ekadashi Shubh Muhurat | पुत्रदा एकादशी शुभ मुहूर्त | पुत्रदा एकादशी व्रत कथा
अगर आप इस साल की पहली एकादशी पुत्रदा एकादशी का व्रत करना चाहते है तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है क्यूंकि इस आर्टिकल में हम Putrada Ekadashi Vrat Katha और पुत्रदा एकादशी शुभ मुहूर्त के बारे में जानेंगे.

इस नए साल की पहली एकादशी 13 जनवरी 2022 को है और इस एकादशी का नाम पुत्रदा एकादशी है. यह तो आपको पता ही है की हर महीने में दो एकादशी आती है एक तो कृष्ण पक्ष और दूसरी शुकल पक्ष और हर एक एकादशी का नाम और महत्व अलग-अलग होता है. पुत्रदा एकादशी साल में दो बार आती है एक तो पौष महीने में और दूसरी श्रावन महीने में.

इस पुत्रदा एकादशी पर पूरी विधि विधान से व्रत रखने पर संतान की प्राप्ति होती है और जिसके संतान है उनकी संतान की दीर्घायु के साथ-साथ उनकी संतान को जीवन में काफी उनती मिलती है. तो चलिए शुरू करते है और जानते है Putrada Ekadashi Vrat Katha, पुत्रदा एकादशी शुभ मुहूर्त.

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Putrada Ekadashi Vrat Katha – पुत्रदा एकादशी व्रत कथा

भगवान् श्री कृष्ण कहते है पुत्रदा एकादशी बहुत ही फलदायक एकादशी होती है. अगर कोई व्यक्ति इस एकादशी का व्रत करता है तो वह विद्वान, तपस्वी, और लक्ष्मीवान होता है. अब भगवान् श्री कृष्ण इस एकादशी की कथा सुनाते है.

भद्रावती नाम की एक नगरी में सुकेतुमान नाम के एक राजा रहता था वह राजा भद्रावती में राज्य करता था. उस राजा के कोई भी पुत्र नही था और उसकी स्त्री का नाम शैव्या था. राजा और रानी दोनों संतान न होने के कारण सद्देव चिंतित रहते थे और राजा को अपने भाई, धन, दौलत, हाथी, घोड़े, राज्य और मंत्री इन सबमे से किसी से भी संतुस्ट नही था. वह राजा सद्देव सोचता था की मेरे मरने के बाद मेरा पिंडदान कौन करेगा और कौन इस राज्य को संभालेगा इन सब बातो में सोचता-सोचता राजा एक दिन अपने शरीर को त्याग देने का निश्चय किया लकिन राजा आत्महत्या को महान पाप समझकर राजा ने ऐसा नही किया.

एक दिन राजा अपने घोड़े पर सवार होकर जंगल की और चल पड़ा और वहा वृक्षों, पशु, और पक्षियों को देखने लगा. उस समय राजा ने देखा की जंगल में शेर, सूअर, बन्दर, साप आदि भ्रमण कर रहे है और हाथी अपनी बचो और हथ्नियो के बीच में घुं रहे है. और साथ ही में गीदड़ अपने ककर्श स्वर में बोल रहे थे और कही उल्लू बोल रहे थे. ऐसा दृश्य देख कर राजा ने आधा दिन बिता दिया और सोच विचार करने लगा की मैंने कई यज्ञ किये और ब्राह्मणों को स्वादिस्ट भोजन से तृप्त किया फिर भी मुझे इतना दुःख प्राप्त क्या हुआ.

राजा प्यास के मारे अत्यंत दुखी हो गया और पानी की तलाश करने लगा. थोड़ी दुरी पर राजा ने एक सरोवर देखा उस सरोवर में कमल के फूल खिले हुए थे और साथ में हंश, मगरमच्छ आदि विहार कर रहे थे और उस सरोवर के चारो और मुनियों का आश्रम थे उसी समय राजा की दाहिनी आँख फडकने लगी तब राजा ने शुभ समझकर घोड़े से उतरा और मुनियों को दंडवत प्रणाम किया. राजा को दुखी देख कर मुनियों ने कहा – हे राजन हम तुमसे अत्यंत प्रसन्न है तुम्हारी क्या इच्छा है बताओ तब राजा ने कहा की हे महाराज आप कौन है और यहा क्या कर रहे है कृपा करके मुझे बताये.

तब मुनि कहने लगे की हे राजन आज आज संतान देने वाली पुत्रदा एकादशी है, हम लोग विश्वदेव है और इस सरोवर में स्नान करने के लिए आये है. यह सुनते ही राजा मुनि से कहने लगा की महाराज मेरे भी कोई संतान नही है, यदि आप मुझ पर प्रसन्न है तो मुझे एक पुत्र का वरदान दीजिये. तब मुनि बोले आज पुत्रदा एकादशी है आप अवश्य व्रत करे, भगवान् की कृपा से आपके घर में पुत्र होगा. मुनि की बात सुनकर राजा ने उसी दिन एकादशी का व्रत किया और द्वादशी के दिन उसप पारण किया.

इसके बाद राजा मुनियों को प्रणाम करके अपने महल लौट आया और कुछ समय के बाद रानी ने गर्भ धारण किया और नौ महीने के बाद उनके एक पुत्र हुआ. वह राजकुमार अत्यंत शूरवीर, यशश्वी और प्रजापालक था.

भागवान श्री कृष्ण बोले – हे राजन! पुत्र की प्राप्ति के लिए पुत्रदा एकादशी का व्रत करना चाहिए. और जो व्यक्ति इस महात्मय को पढता है या सुनता है उसे मृत्यु के बाद स्वर्ग की प्राप्ति होती है.

पुत्रदा एकादशी शुभ मुहूर्त – Putrada Ekadashi Shubh Muhurat

पुत्रदा एकादशी 12 जनवरी को शाम 04:49 मिनट पर शुरू होगी
पुत्रदा एकादशी 13 जनवरी को शाम 07:32 मिनट पर समाप्त होगी

उदया तिथि के हिसाब से यह पुत्रदा एकादशी का व्रत 13 जनवरी 2022 को ही रखा जाएगा और 14 जनवरी 2022 को व्रत का पारण किया जाएगा.

Conclusion

आज हमने इस आर्टिकल में Putrada Ekadashi Vrat Katha और Putrada Ekadashi Shubh Muhurat के बारे में जाना है. अगर आपके घर में कोई इस व्रत का पालन करने वाला है तो यह आर्टिकल उनके साथ जरुर शेयर करे. और इस पुत्रदा एकादशी व्रत कथा को जरुर पढ़े आपको अंत समय में स्वर्ग की प्राप्ति होगी.

अगर आपको Putrada Ekadashi 2022 के बारे में और भी जानकारी चाहिए तो आप हमे कमेंट में बता सकते है. धन्यवाद!

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