दोस्तों क्या आप भी जानना चाहते है की Ghadi Ka Aaviskaar Kisne Kiya तो आप सही जगह पर आये है. आज हम इस आर्टिकल में घड़ी का आविष्कार किसने किया और कैसे किया इसके बारे में जानेगे.
आज के समय में हर किसी के हाथ में घड़ी होती है क्यूंकि कोई भी नहीं चाहता की हम कही भी देर से पहुंचे, वैसे कुछ लोग तो घड़ी सिर्फ पहनने की लिए लेते है भले ही उन्हें समय नहीं देखना हो लकिन वह लोग घड़ी जरूर पहनेंगे क्यूंकि जब हम घड़ी पहनते है तब अलग ही निहार आता है, क्या आप भी घड़ी पहनते है मुझे जरूर बताना.
अब घड़ी सिर्फ घड़ी ही नहीं रही क्यूंकि घड़ी के अंदर बहुत सारे फीचर्स आने लग गए, आज कल टेक्नोलॉजी इतनी आगे है की घड़ी को भी स्मार्ट बना दिया जैसे एंड्राइड वाच और बहुत तरह ही घड़ी आती है. तो इन बातो को यही छोड़ते है और जानते है Ghadi Ka Aaviskaar Kisne Kiya.

Ghadi Ka Aaviskaar Kisne Kiya?
जर्मनी के रहने वाले Peter Henlein ने घड़ी का आविष्कार किया था. Peter Henlein की बनाई गई घड़ी का नाम Clock Watch था, और इस घड़ी को इंग्लैंड में सन 1505 में बनाया गया. कुछ सालो बाद सन 1577 में स्विज़रलैंड के रहने वाले जॉश बर्गी द्वारा मिनट की सुई वाली घड़ी का आविष्कार किया गया.
इसके बाद सन 1650 में पॉकेट वाच का आविष्कार हुआ और कुछ महीनो बाद ब्लेज़ पास्कल द्वारा इस पॉकेट घड़ी को हाथ में रस्सी द्वारा बांधा गया और उस घड़ी का नाम Wrist Watch रख दिया गया था. कुछ साल बीतते गए और सन 1988 में स्टीव मन्न द्वारा स्मार्ट वाच का आविष्कार किया गया था.
घड़ी को बनाने की कहानी
घड़ी को बनाने में बहुत समय लग गया था क्यूंकि घड़ी बनाना इतना आसान नहीं था पहले के समय में सूरज की किरणों को देख कर समय का पता लगाया जाता था फिर धीरे धीरे समय बीतता गया और पानी से चलने वाली घडी बनाई गयी और फिर धुए से चलने वाली घडी बनाई गई और बहुत सालो तक उनकी ही मदद से समय का पता लगाया जाता था.

सन 996 ईसवी में पॉप सिल्वेस्टर द्वारा एक ऐसा यंत्र का आविष्कार किया गया जिससे एकदम सटीक समय का पता लगाया जाता था. इसके बाद सन 1288 में बड़ी बड़ी जगह पर घड़ी लगाई गयी थी जिसे घंटाघर का नाम दिया गया था. फिर 1505 में पीटर हेनले द्वारा घड़ी बनाई गयी और फिर 1577 से 1650 तक कुछ घड़ियों का आविष्कार हुआ, और सन 1988 में स्टीव मन्न द्वारा पॉकेट वाच का आविष्कार किया गया, और फिर Wrist Watch का आविष्कार हुआ और कुछ सालो बाद सन 1988 में स्मार्ट वाच का आविष्कार हुआ, और अब घड़ियों की टेक्नोलॉजी इतनी आगे हो गयी है की घड़ी के साथ साथ स्टेप्स, एक्सरसाइज, आदि जैसे को मापने के लिए घड़ी आ गई है जिन्हे Fitness Band के नाम से जाना जाता है. अब आप समझ सकते है की सन 996 ईस्वी से अब तक कितनी घड़ियों और कितने लोगो ने आविष्कार किये तब जाके आज हमारे पास आज घड़ी है.
घड़ी का आविष्कार कितना महत्वपूर्ण है
पहले के ज़माने में जब घड़ी नहीं हुआ करती थी तब लोग पानी की ढाल और सूरज की किरणों को देख कर समय का पता लगाते थे और वह हर किसी के बस की बात नहीं थी सिर्फ कुछ लोग ही पता लगा पाते थे लकिन मुश्किल तो जब होती जब आसमान में बादल या बारिस का मौसम हो जाता फिर तो समय का कोई भी पता नहीं लगा पता था इसी के चलते कुछ महान लोगो ने घड़ी का आविष्कार किया जो एकदम सटीक समय बताती थी. आज उनकी वजह से हर किसी के हाथ में या घर में घड़ी है और कभी भी सही समय का पता लगा पाते है.

घड़ी का आविष्कार करने वाले की कहानी
घड़ी का आविष्कार पीटर हेनले द्वारा किया गया था. Peter Henlein का जन्म जर्मनी में अगस्त 1485 में हुआ था. इन्होने सबसे पहले ताला बनाने का काम शुरू किया और फिर घड़ी बनाने में मन लगा दिया था और 1505 में इन्होने घड़ी का आविष्कार सफलतापूर्वक किया था. पीटर हेनले को घड़ी का आविष्कारक के नाम से भी जाने जाना जाता है.
Conclusion
दोस्तों मुझे आसा है की आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो और आज हमने इस आर्टिकल में जाना है Ghadi Ka Aaviskaar Kisne Kiya? अगर आपको इसके समन्धित कोई भी समस्या है तो आप कमेंट में पूछ सकते है. जय हिन्द वन्दे मातरम!
Others Links: