दोस्तों क्या आप भी मेरी तरह Aeroplane Ka Aaviskaar Kisne Kiya यह जानने के लिए उत्सुक्त है तो तो आप सही जगह पर आये हो क्यूंकि आज हम आज हम एरोप्लेन के बारे में सब कुछ जानेगे इस आर्टिकल की मदद से.
जब भी हम बचपन में एरोप्लेन देखते थे तो हमारा भी मन करता था एरोप्लेन में सफर करने का और एरोप्लेन के बारे में जानने का और मन में बहुत सारे ख़याल आते थे जैसे एरोप्लेन को किसने बनाया, एरोप्लेन इतना भारी होकर भी कैसे उड़ रहा है, और एरोप्लेन कितना ऊपर तक उडता है.
एरोप्लेन में बैठने का सपना तो पूरा नहीं हुआ लकिन एरोप्लेन के बारे में जानने का सपना पूरा हो जाएगा तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते है और जानते है की Aeroplane ka aaviskaar kisne kiya.
Aeroplane Ka Aaviskaar Kisne Kiya?
Aeroplane का आविष्कार अमेरिका के रहने वाले Wilbur Wright (विलबर राइट) और Orville Wright (ऑरविले राइट) ने 17 दिसम्बर 1903 में लगभग आज (2021) से 118 साल पहले किया था और इन्हे Wright Brothers के नाम से भी जाना जाता है.
17 दिसंबर 1903 में America के North Carolina (नार्थ कैरोलिना) में राइट ब्रदर्स ने सफलतापूर्वक पहला प्लेन उड़ाया जो 120 फीट की उचाई पर लगभग 12 सेकंड्स तक उड़ा और राइट ब्रदर्स ने उस प्लेन का नाम Wright Flyer रखा था.
Wright Brothers की Plane बनाने की कहानी
अमेरिका के रहने विल्बर राइट और ऑरविले राइट दोनों भाई थे. विल्बर राइट का जन्म 16 अप्रैल 1867 Millville, Indiana में हुआ और ऑरविले राइट का जन्म 19 अगस्त 1871 Dayton, Ohio में हुआ था इनके माता पीता का नाम Milton Wright और Susan Catherine Koerner Wright था.
बचपन में जब विल्बर राइट और ऑरविले राइट को उनके पीता ने कागज, रबर, और बांस का बना हुआ एक हेलीकाप्टर लाके दिए और राइट ब्रदर्स ने उस खिलोने से तब तक खेले जब तक वह टूट नहीं गया और फिर उनके मन में भी उत्साह थी की यह खिलौना कैसे उड़ता है और उस उत्साह की वजह से उन्हें प्लेन बनाने की प्रेरणा मिली थी.
कुछ दिनों की बहुत मेहनत के बाद राइट ब्रदर्स ने एक उड़ता हुआ खिलौना बनाये और वह खिलौना थोड़ा ऊपर उड़ता और नीचे आ जाता इसलिए उन्होंने उस खिलोने का नाम चमगादड़ रख दिया और फिर उन्होंने सोचा की क्यों ना बड़ा खिलौना बनाया जाए और जब उन्होंने बड़ा खिलौना सफलतापूर्वक बनाये तब वह खिलौना जायदा ऊपर नहीं उड़ पाता था जायदा वजन के कारण.
अब राइट ब्रदर्स को उड़ने वाले खिलोने का इतना शौक लग गया की दोनों भाइयो ने पतंग बनाना शुरू कर दिया और उनकी पतंगे उनके गाँव में बहुत प्रसीद हो गयी थी और उनकी बनाई हुई पतंगों को मशीन पतंग का नाम दिया गया था. कुछ सालो बाद उन्होंने साइकिल बनाने का काम शुरू कर दिया और साइकिल बनाने का काम कुछ दिनों तक चला और फिर अच्छा नहीं चल रहा था.
अब राइट ब्रदर्स ने प्लेन बनाने की ठान ली और प्लेन बनाने का काम सन 1896 में शुरू कर दिया था. 1 से 2 साल की मेहनत से उन्होंने एक ग्लाइडर बनाया लकिन वह ग्लाइडर सिर्फ आगे पीछे जाता था फिर राइट ब्रदर्स ने और मेहनत की और सन 1899 में उन्होंने ग्लाइडर को हवा में बैलेंस करने का तरिका ढूंड लिया.
अब वह ग्लाइडर सिर्फ आगे और पीछे जाता था लकिन उन्होंने उस ग्लाइडर को हवा में उड़ाने के लिए ग्लाइडर के दोनों साइड में Rudder लगाया जिससे वह ग्लाइडर ऊपर नीचे और दाए बाए लेजाया जा सके. अब वह ग्लाइडर तैयार था लकिन जहा राइट ब्रदर्स ने ग्लाइडर को बनाया वहा पर हवा stable नहीं थी इस वजह से उन्होंने अमेरिका के North Carolina में Kitty Hawk जगह पर ग्लाइडर उड़ाने का सोचा क्यूंकि वह हवा के साथ-साथ बहुत सारी जगह भी थी.
जब राइट ब्रदर्स ने ग्लाइडर उड़ाया तब कुछ तकनिकी खराबी के कारण वह ग्लाइडर नहीं उड़ पाया और फिर उन्होंने उस ग्लाइडर पर और मेहनत की कुछ महीनो बाद वह ग्लाइडर को इस तरह से बनाये जिससे वह आदमी का वजन भी हवा में उठा सकते और सन 1903 में वह ग्लाइडर सफलतापूर्वक बन गया था.
अब 14 दिसंबर 1903 में उन्होंने ग्लाइडर को उड़ाने के लिए वापस Kitty Hawk जगह पर ले गए और ग्लाइडर को उड़ाने के लिए तैयार कर दिया और उस ग्लाइडर की उड़ान को देखने के लिए वहा पर बहुत सारे लोग आ गए थे. ग्लाइडर सफलतापूर्वक से उड़ गया था लकिन वह वापस नीचे गिर गया और उस वजह से आस पास के लोगो ने बोला की यह नहीं उड़ पायेगा.
अब वापस तीन दिन की मेहनत के बाद ग्लाइडर को फिरसे तैयार किया गया और 17 दिसंबर 1903 में उन्होंने ग्लाइडर को वापस उसी जगह पर ले गए उड़ाने के लिए और ग्लाइडर सफलतापूर्वक 10 फीट तक उड़ा और वापस नीचे आ गया.
फिर वापस ग्लाइडर को दूसरी बार उड़ाया गया तो 120 फीट तक लगभग 12 सेकंड्स तक उड़ा और तीसरी बार 200 फीट ऊपर उड़ा लगभग 15 सेकण्ड्स तक और फिर चौथी उड़ान में वह ग्लाइडर 850 फीट ऊपर तक उड़ा लगभग 1 मिनट तक. राइट ब्रदर्स का यह आविष्कार सफलतापूर्वक उड़ने के बाद उन्हें बहुत सारी बधाइयाँ मिली और यह दुनिया का पहला प्लेन था जो 17 दिसंबर 1903 में उड़ा.
Conclusion
दोस्तों आज हमने इस आर्टिकल की मदद से Aeroplane ka Aaviskaar kisne kiya, Aeroplane का आविष्कार कब हुआ? जाना है.
अगर आपको इस आर्टिकल के समन्धित कोई भी प्रश्न है तो आप कमेंट में पूछ सकते है हम आपकी मदद जरूर करेंगे.
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